देश/देश: वाइमर गणराज्य, तीसरा राइख, संघीय गणराज्य, लोकतांत्रिक गणराज्य, जर्मन साम्राज्य
नोटों की संख्या: 5
वर्ष: 1910 - 1991
संग्रह: जर्मन मुद्रा का इतिहास
कैटलॉग नंबर: 58, M38, 37, 30, 44
पैकेज प्रकार: लिफाफा
पैकेज की चौड़ाई: 13.5
साफ़ किया गया/असाफ़ किया गया: असाफ़ किया गया
प्रचलित/अप्रचलित: अप्रचलित
धातु संरचनाएँ: कागज
संप्रदाय: 1 मार्क, 1 राइख्समार्क, 5 मार्क, 50 मार्क, 1000 मार्क
प्रकार: बैंकनोट
वज़न: 19 ग्राम।
🖊 लेखक: बेट्टीना वॉन आर्निम
🧠 दार्शनिक: फ्रेडरिक एंगेल्स
⛩ स्मारक: बर्लिन में ब्रांडेनबर्ग गेट
({IF["डार्लेनकास्सेन्सचाइन“ वे बैंकनोट थे जो 1914 और 1922 के बीच राइख्सशुल्डेनवेरल्टुंग (राइख ऋण प्रशासन) द्वारा जारी किए गए थे। वे 1923 में हाइपरइन्फ्लेशन तक उपयोग में थे।
ये बैंकनोट कानूनी मुद्रा नहीं थे, हालांकि इन्हें सभी सार्वजनिक कोषागारों द्वारा स्वीकार किया जाना था। उनका मूल्य औद्योगिक और कृषि वस्तुओं पर ऋणों द्वारा गारंटीकृत था। कानूनी मुद्रा का दर्जा न होने के बावजूद, Darlehenskassenscheine एक वास्तविक मुद्रा के रूप में व्यापक रूप से उपयोग की जाने वाली एक समानांतर मुद्रा थी, जो WWI और वाइमर गणराज्य की शुरुआत के दौरान गोल्डमार्क के साथ चलती थी।"!=""]}) 🔍 रोचक जानकारी: „Darlehenskassenscheine“ Reichsschuldenverwaltung (राइख ऋण प्रशासन) द्वारा 1914 और 1922 के बीच जारी किए गए बैंकनोट थे। वे 1923 में अतिमहंगाई तक उपयोग में थे।
ये बैंकनोट कानूनी निविदा नहीं थे, हालाँकि इन्हें सभी सार्वजनिक खजानों द्वारा स्वीकार किया जाना था। उनका मूल्य औद्योगिक और कृषि वस्तुओं पर ऋण द्वारा सुनिश्चित किया गया था। कानूनी निविदा के रूप में स्थिति के बिना भी, डार्लेनकास्सेन्सचाइन एक वास्तविक मुद्रा थी जो WWI और वाइमर गणराज्य की शुरुआत के दौरान गोल्डमार्क के समानांतर मुद्रा के रूप में व्यापक रूप से उपयोग की गई। ({ENDIF})
🔎 दिलचस्प जानकारी: 1 राइख्समार्क का उपयोग केवल ड्यूश वेहरमाच्ट में किया गया था।
🔦 दिलचस्प जानकारी: जर्मन साम्राज्य का मार्क जिसे 'गोल्डमार्क' के नाम से भी जाना जाता है, 1871 से 1914 तक जर्मन साम्राज्य की राष्ट्रीय मुद्रा थी। मार्क 'गोल्डन स्टैंडर्ड' मौद्रिक प्रणाली का हिस्सा था। एक मार्क का मूल्य 0.358 ग्राम सोने के मूल्य से निर्धारित था।